पेट की गैस से हैं परेशान तो अपनायें इसे
मानव शरीर में पेट एक ऐसा पार्ट है जहाँ से कई तरह के रोगों की स्टार्टिंग होती है, यदि पेट में कोई खराबी आ जाये और उसे जल्दी ठीक ना किया जाये तो कई बार आगे चलकर कई प्रकार की खतरनाक बीमारियाँ बन जातीं है। ज्यादातर व्यक्तियों में पेट गैस की समस्या बहुत पाई जाती है। हमारे देश में हर तीसरा आदमी पेट फूलना या पेट में गैस की समस्या से पीड़ित है जिसका सबसे बड़ा कारण आज का खान पान और अस्त व्यस्त दिनचर्या है। समय की कमी और काम का लोड ज्यादा होने की वजह से पेट गैस जैसी बीमारी हर एक आयु वर्ग के व्यक्ति में देखने को मिलती हैं।

जब हम भोजन का सेवन करते हैं तो उसको पचाने के लिए पाचन तंत्र में पाचन क्रिया के समय कई प्रकार के पाचक रस भोजन में मिल जाते हैं जिसके बाद पेट के अन्दर पाचन तंत्र में अनेक प्रकार की रिएक्शन होतीं हैं। इन रिएक्शन के दौरान एक निश्चित मात्रा में वायु का जन्म होता है जिसे पेट की गैस कहा जाता है।
भोजन पाचन क्रिया के दौरान बनने वाली इस वायु का निष्कासन ज्यादातर मल त्याग करते समय ही हो जाता है लेकिन यदि पेट में कब्ज की समस्या हो तो या गैस छोटी और बड़ी आंत में भरकर इकठ्ठी हो जाती है, जिसकी वजह से आँतों पर अत्यधिक प्रेसर पड़ता है जिसकी वजह से दर्द होने लगता है।
गैस की बीमारी कोई असाधारण रोग नहीं है बल्कि ये आपके पाचन तंत्र में गड़बड़ी होने की वजह से उत्पन्न होता है। कई बार आपने देखा होगा कि खाना खाने के बाद डकार आती है जिसके जरिये कुछ वायु बाहर निकल जाती है, कई बार पाद के साथ बाहर निकलती है तो ये एक नेचुरल क्रिया है।
लेकिन प्रॉब्लम तब होने लगती है जब पेट में बनी हुयी गैस किसी प्रकार से बाहर नहीं निकलती तब वो पेट दर्द जैसी समस्याएँ उत्पन्न करती है और पेट फूलने लगता है।
पेट में गैस बनने के कारण :
अब में आपको वो बातें बताता हूँ जिनकी वजह से व्यक्ति के पेट में गैस की समस्या उत्पन्न होती है –
- यदि कोई व्यक्ति मानसिक तनाव से ग्रसित हो तो उसे इस समस्या का सामना करना पड़ता है।
- अधिक मात्रा में और लगातार दालों के सेवन करने से भी ऐसी प्रॉब्लम होती है क्योंकि दालों में प्रोटीन अत्यधिक मात्रा में पाया जाता है।
- यदि कोई व्यक्ति बहुत ज्यादा भोजन का सेवन कर लेता है तो इस तरह की समस्या उत्पन्न होती है।
- खाने को बिना अच्छे से चबाकर खाने पर भी इस तरह की प्रॉब्लम हो जाती है।
- गरिष्ठ भोजन जैसे पनीर, माँस इत्यादि को अत्यधिक मात्रा या पेट भरकर खाने पर पेट इस तरह की तकलीफ होती है।
- सीतल पैय जैसे कोल्ड्रिंक इत्यादि को प्रतिदिन सेवन करने से भी ये रोग बन जाता है।
- भोजन करने के तुरन्त बाद अत्यधिक पानी के सेवन करने पर पेट में गैस बनने लगती है।
- कब्ज या अपच की सिकायत होने पर भी पेट भर भोजन करने से भी इस तरह की प्रॉब्लम उत्पन्न होना स्वाभाविक होता है।
- मसालेदार, चटपटा भोजन लगातार सेवन करने पर व्यक्ति के शरीर में इस तरह की समस्या होने लगती है।
- यदि कोई व्यक्ति पर्याप्त नींद नहीं लेता है और खाना भी समय समय पर नहीं खाता है तो उसे इस तरह की समस्या से सामना करना पड़ता है।
- रात्रि के समय में अत्यधिक भोजन करने के वावजूद वगैर टहले तुरन्त बिस्तर पर सो जाना भी सबसे बड़ा कारण होता है पेट में गैस बनने का।
- सुबह शाम दोनों टाइम मल त्याग ना करने की वजह से भी इस तरह की परेशानी उत्पन्न हो जाती है।
पेट गैस के लक्षण :
अब में इस समस्या की पहचान करने के बारे में बताता हूँ जिससे आप आसानी से पता लगा पाने में समर्थ हो जायेंगे कि पेट में गैस की प्रॉब्लम है या कुछ और –
- यदि किसी व्यक्ति के मुँह में बार बार पानी या थूक आता है तो उसे गैस की समस्या हो सकती है।
- यदि किसी के मुँह में छाले हो जाते हैं तो उसे कब्ज के साथ साथ गैस जैसी परेशानी होना लाजमी होती है।
- इस रोग में कभी कभी रोगी को एकदम से सर्दी जुकाम सा हो जाता है जिसमें बार बार अत्यधिक छींकें आने लगतीं हैं।
- यदि ये रोग किसी भी आदमी को होता है तो जब वो खाना खाता है और उसके तुरन्त बाद उसे पेट भारी भारी सा लगने लगता है।
- यदि कोई स्त्री गर्भवती नहीं होती है या उसके अन्दर बाँझपन होता है तो उसे गैस की तकलीफ होती है।
- यदि किसी व्यक्ति के छाती में जलन, बैचैनी और घबराहट रहती है तो उसे ये रोग होना लाजमी होता है।
- यदि किसी का पेट कम भोजन करने के वावजूद फूला रहता है तो उसे यह समस्या हो सकती है।
- यदि बिना खाना खाए पेट में कुछ भरा भरा लगे तो समझ लेना चाहिए कि आप गैस की बीमारी से पीड़ित हैं।
- यदि किसी व्यक्ति को नींद नहीं आती या अनिद्रा की सिकायत है तो उसे इस रोग का भी सामना करना पड़ता है।
- हिचकी आना और अत्यधिक डकारें आना भी इस रोग का संकेतक माना जाता है।
जो लोग नियमित रूप से दोनों टाइम मल त्याग नहीं करने जाते हैं उनके पेट में वो मल जमा होकर सड़ने लगता है जिसकी वजह से गैस बनती है।
जब यह गैस बहुत ज्यादा बन जाती है तो ये नीचे की तरफ से निकलने की कोशिश करती है लेकिन नीचे मल के जमा होने की वजह से रास्ता अवरुध्द होता है जिसकी वजह से मल त्याग करने वाली जगह से निकल नहीं पाती और फिर वह शरीर के उपरी भाग की तरफ चढ़ने लगती है।
जब गैस उपरी हिस्से में चढ़ती है तो सीने में भरने लगती है जिसकी वजह से व्यक्ति को बहुत ज्यादा और बार बार पसीना आता है, सीने में दर्द होने लगता है और घबराहट होना स्टार्ट हो जाती है।
जब गैस सीने से होते हुए सिर में जा पहुँचती है तो व्यक्ति का सिर भारी भारी सा रहने लगता है और पीड़ा होना चालू हो जाती है इसके साथ साथ चक्कर आने लगते हैं और बैचैनी भी उत्पन्न हो जाती है।
यदि किसी व्यक्ति के आँतों में घूमती रहती है तो उसके पेट से गुड़ गुड़ होने की आवाजें स्पष्ट सुनाई देने लगतीं हैं।
पेट की गैस दूर करने के घरेलू उपाय :
यदि किस व्यक्ति को गैस की समस्या से छुटकारा पाना है तो इसके लिए में कुछ ऐसी नेचुरल गैस की दवा के बारे में बताने जा रहा हूँ जिसे आप अपने घर पर रहकर प्रयोग कर सकते हैं और उसमें उपयोग होने वाली सारी चीजें आपके घर पर ही आसानी से मिल जायेंगीं।
100 ग्राम सोंठ और 50 ग्राम हर्र लेकर अच्छी तरह पीसकर चूर्ण बना लीजिये और इसे किसी छोटे डब्बे में भरकर रख लीजिये। जिन लोगों को हमेशा गैस की परेशानी रहती है उन्हें भोजन करने के तुरन्त बाद इस चूर्ण को एक एक चम्मच सुबह शाम खाना चाहिए यह एक पेट की गैस की अचूक दवा है।
दो नीबू लेकर उन्हें आधा आधा काट लीजिये जिससे चार टुकड़े हो जायेंगे, अब एक टुकड़े पर थोड़ा सा काला नमक लगा लीजिये, दूसरे टुकड़े पर थोड़ा सा काली मिर्च का पाउडर लगा दीजिये, तीसरे टुकड़े पर डिकामाली का चूर्ण और चौथे पर भुना हुआ जीरा पाउडर लगा दीजिये। अब इन टुकड़ों को एक एक करके सुबह के समय खाली पेट चूसिये आपकी गैस की समस्या का समाधान करने सबसे बढ़िया तरीका यही है।
एक नीबू को काटकर दोनों हिस्सों पर अच्छी तरह काला नमक लपेट लीजिये और इसे भोजन के तुरन्त बाद सुबह शाम चूसिये इससे आपके पेट का गैस का दर्द ठीक हो जायेगा इसे भी पेट की गैस का रामबाण इलाज के रूप में जाना जाता है।
पेट गैस के रोगी के लिए परहेज एवं सावधानियाँ :
इस तरह की सिकायत यदि किसी व्यक्ति को रहती है तो उसे ऊपर बताये गए गैस भगाने के घरेलू उपाय जरूर अजमाने चाहिए और उसके साथ साथ कुछ खान पान में संयम भी बर्तना चाहिए जैसे –
- कभी भी खाना खाने के तुरन्त बाद ज्यादा पानी नहीं पीना चाहिए।
- सुबह शाम दोनों समय मल त्याग करने का नियमित पालन करना बहुत जरुरी है।
- जब भी खाना खाएं तो हमेशा खाने को अच्छी तरह चबाकर खाना चाहिए।
- विशेषज्ञों के अनुसार खाने के एक टुकड़े को 32 बार चबाना चाहिए इससे कम नहीं।
- धूम्रपान और गुटखा या सुपारी जैसी चीजों से बिल्कुल दूरी बनाये रखें।
- गैस के रोगी को गरिष्ठ भोजन का सेवन बहुत कम मात्रा में करना चाहिए।
- शराब और माँस से जितना हो सके दूरी बनाये रखना बहुत जरुरी होता है।
- इस तरह के रोगी के लिए ज्यादा प्रोटीन वाला भोजन जैसे दाल इत्यादि का सेवन बहुत ही कम मात्रा में करना चाहिए।
- इस तरह के रोगी को अरबी और आलू जैसी चीजों से बनी सब्जियों का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
- ज्यादा मिर्च मशाला युक्त भोजन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
- जिस व्यक्ति में गैस रोग के लक्षण पाए जाएँ उसे 24 घंटे में से 6-8 घंटे सोना बहुत जरुरी होता है।
- रात्रि के समय में भोजन बहुत कम करना चाहिए और खाना खाने के उपरांत थोड़ा सा टहलना बहुत जरुरी होता है।
इस तरह से आप गैस की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं और एक सुखी जीवन व्यतीत कर सकते हैं, जो गैस भगाने के घरेलू उपाय बताये गए हैं उनमें से एक समय में किसी एक ही को आजमायें सभी को एक साथ प्रयोग ना करें। यदि इन उपायों के बाद भी समस्या बनी रहे तो चिकित्सक से संपर्क करना ही समझदारी होगी।